देवली उपखंड के नासिरदा गांव में श्री राधा रानी गौशाला सिरोही के तत्वावधान में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा में कथा वाचक विनी किशोरी ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का पूतना वध, त्रिणावृत वध, सकटासुर वध, दामोदर लीला, कालिया मर्दन आदि बाल लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन करते हुए कहा कि भगवान को वश में करने के लिए भी भगवान की शरणागति में ही जाना पड़ता है तभी ठाकुर जी वश में होते हैं।
कथा आयोजक आचार्य धीरेन्द्र पांडेय ने बताया कि पंचम दिवस की कथा में गिरिराज महाराज की झांकी सजाई गई जिसमें भगवान को छप्पन भोग लगाए गए। इस अवसर पर सभी श्रद्धालुओं ने गिरिराज महाराज का पूजन किया और मधुर भजनों की धो पर नृत्य कर कथा का आनंद लिया।