व्यक्ति में कुछ करने का जज्बा हो तो क्या नहीं हो सकता। यह कहना है नवाचारों के लिए जाने जाने वाले निवारिया स्कूल प्रधानाचार्य महावीर मीणा का।
विगत चार वर्ष पूर्व जब प्रधानाचार्य मीणा की नियुक्ति निवारिया विद्यालय में हुई तो बहुत सी कमियां नजर आयी। बस फ़िर क्या था, ठान ली विद्यालय के भौतिक स्वरूप बदलने की। सर्वप्रथम विद्यालय के एक भाग को ट्रेन लुक दिया और इसी के साथ गति पकड़ ली विकास ने। स्टॉफ के साथ भामाशाहों को प्रेरित करना शुरू किया और भामाशाहों एवं स्टाफ ने भी आर्थिक रूप से सहयोग किया। प्रधानाचार्य ने विकास राशि एवं भामाशाहों के सहयोग से सरस्वती मंच, सरस्वती मंदिर, विद्यालय छत मरम्मत, जल मंदिर, बीसलपुर लाइन से मीठे पानी की व्यवस्था, पानी के लिए टैंक बनवाया, पोषाहार कक्ष के सामने टीन शेड एवं सीमेंट की फर्श, वृक्षारोपण हेतु क्यारियां, बच्चों के लिए लाइब्रेरी बनवाईं, सुरक्षा हेतु कक्षा कक्षों में कैमरे लगवाये। शौचालयों की मरम्मत एवं पानी की व्यवस्था सुचारू करवाई। स्टॉफ के साथ कुक कम हेल्पर का मायरा भरा।
आज विद्यालय नये ही लुक में नजर आने लगा है। बच्चों में पढ़ाई के प्रति सकारात्मक माहौल बना है जिससे परीक्षा परिणाम देवली ब्लॉक में सर्वाधिक रहा है। अपने उत्कृष्ट कार्य और प्रबंधन के लिए प्रधानाचार्य महावीर मीणा को उपखण्ड अधिकारी देवली द्वारा भी सम्मानित किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व में मीणा ने बनेड़ा प्रधानाचार्य पद पर रहते हुए उस विद्यालय की भी तस्वीर बदल दी थी।